कुछ तो बेचो यही मंत्र है
बटोरते कुछ लोग हैं धन
बाकी सब जनता को मिलता
और सहना पड़ता भ्रम है
शराब बिकती है अपार जनसमूह को अभिशाप
धन मिलता कुछ को देता जीवन का आराम
शराब का नाम और ख्याल बिकता है
बेचने वालो ने शर्म बेचकर खरीदा जीवन का आराम
लोगो ओ नवयुवको को बेचा नकली आसमान
फ़िल्मी गाना शराब का नाम उछाल कर
कर गया मदहोश सब का हो गया काम
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