Wednesday, 4 December 2024

आशा

तय है आंखो मे गुजरा कल नही आने वाले पल की चमक हो ऊपर दिमाग की मंजिल से उतर जब दिल की खिड़की से नजर उऊपर उठी बादलों के पीछे आसमान नीला था

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