जख्मों से नज़र मिली तो
उसका दिल भर आया
हर धड़कन की सदा थी
मै तो तुझसे जु़दा नही
फिर क्यो नज़रे चुराता है सदा
जबकि मेरे बिना तू कुछ नही
सदाकत है तेरी गर अपना ले
ओर कोइ मरहम दरकार नही
वो राग जिस पर तूने गीत रचा
मेरे सांसो की पुकार थी
अनसुनी न हो कभी
अजनबी न हों कभी
हो न गुमशुदा तेरी लय
मेरी आस बने रागिनी तेरी
उसका दिल भर आया
हर धड़कन की सदा थी
मै तो तुझसे जु़दा नही
फिर क्यो नज़रे चुराता है सदा
जबकि मेरे बिना तू कुछ नही
सदाकत है तेरी गर अपना ले
ओर कोइ मरहम दरकार नही
वो राग जिस पर तूने गीत रचा
मेरे सांसो की पुकार थी
अनसुनी न हो कभी
अजनबी न हों कभी
हो न गुमशुदा तेरी लय
मेरी आस बने रागिनी तेरी
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